tag:blogger.com,1999:blog-3991743732606832926.post4541402432595486306..comments2023-07-07T02:43:20.427-07:00Comments on Shuruwat : जिंदगी सिखाती है कुछ: इंतजार कीजिए इंटरनेट पर राज करेगी हिंदीराजीव जैनhttp://www.blogger.com/profile/07241456869337929788noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3991743732606832926.post-48531779643092068902008-09-15T01:17:00.000-07:002008-09-15T01:17:00.000-07:00राजीव जी आपने बिल्कुल सही फरमाया है कि जल्दी ही इं...राजीव जी आपने बिल्कुल सही फरमाया है कि जल्दी ही इंटरनेट पर हिन्दी राज करेगी । <BR/>मैं स्वयं ब्लॉगिंग जगत में हिन्दी के प्रचार -प्रसार से काफी उत्साहित हूं । यदि ब्लॉगिंग की दुनिया में हिन्दी न होती तो शायद मैं भी यहां नहीं होती । <BR/>मुझे फख्र है कि मेरी हिन्दी अच्छी है और मैं अपने विचारों का आदान - प्रदान आसानी से कर पाती हूं ।२००७ में ४००० तो २००८ में १०हजार का आंकडा़ वाकई तारीफे काबिल है । हम उम्मीद करते हैं कि २०१० तक यह आंकडा़ दस-बीस - तीस नहीं बल्कि एक लाख तक पहूंच जाएगा ।Dr. Shashi Singhalhttps://www.blogger.com/profile/02251500480548660356noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3991743732606832926.post-43474876940069332642008-09-14T20:39:00.000-07:002008-09-14T20:39:00.000-07:00आईये मिलकर इसे 25,000 तक पहुंचा दें सन 2010 के अंत...आईये मिलकर इसे 25,000 तक पहुंचा दें सन 2010 के अंत के पहले !!<BR/><BR/><BR/><BR/>-- शास्त्री जे सी फिलिप<BR/><BR/>-- बूंद बूंद से घट भरे. आज आपकी एक छोटी सी टिप्पणी, एक छोटा सा प्रोत्साहन, कल हिन्दीजगत को एक बडा सागर बना सकता है. आईये, आज कम से कम दस चिट्ठों पर टिप्पणी देकर उनको प्रोत्साहित करें!!Shastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3991743732606832926.post-46847729078605435262008-09-14T16:53:00.000-07:002008-09-14T16:53:00.000-07:00जी बिल्कुल सही फ़रमाया है आप ने हिन्दी बहुत ही जल्...जी बिल्कुल सही फ़रमाया है आप ने हिन्दी बहुत ही जल्द इन्टरनेट पर राज करेगी.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3991743732606832926.post-11576906605530956142008-09-14T14:47:00.000-07:002008-09-14T14:47:00.000-07:00बहुत सार्थक आलेख.आपको समय पर जबाब नहीं दे पाया, पत...बहुत सार्थक आलेख.<BR/><BR/>आपको समय पर जबाब नहीं दे पाया, पत्नी के स्वास्थय के चलते, बहुत क्षमाप्रार्थी हूँ.<BR/><BR/>आपको हिन्दी दिवस की बहुत बधाई एवं शुभकामनाऐं.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com