Sunday, November 4, 2012

मां और उनकी बचपन की सहेली

कल अस्पताल में मां से मिलने के लिए उनकी बचपन की सहेली आईं। मां अपनी सहेली से बातचीत करते हुए बड़ी खुश थीं। हों भी क्यों न, आखि र39 साल बाद अपनी स्कूल फ्रेंड रत्ना मेठी से मिल रही थीं। अभी पिछले दिनों मेरे ननिहाल से उन्होंने मम्मी का नंबर लिया और उनसे मिलने की इच्छा जताई। शादी के बाद आंटी जयपुर थीं और मम्मी राजगढ़, इसलिए उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। अब जैसे ही उन्हें पता चला कि वे आजकल जयपुर में हैं तो अस्पताल में ही उनसे मिलने चलीं आईं। अच्छा लगा उनकी बचपन की बातचीत सुनकर।