Wednesday, April 30, 2008
ईश्वर रक्षा करे हिंदी की
हिंदी में अनुवाद के गडबडझाले आपने खूब देखे होंगे। अर्थ का अनर्थ संता बता या लालूजी जोक में खूब सुने और सुनाए होंगे। पर अपन की सरकार और उसकी यह राष्ट्रभाषा हिंदी का हाल देखिए जरा।
तिगडी खानपुर के पास वायुसेनाबाद में लगे इस बोर्ड में डिफेंस लैंड की हिंदी की गई है रक्षा भुमि। अब तो साफ है हिंदुस्तान में शायद हिंदी की रक्षा ईश्वर ही कर पाए, सेना ने भी पल्ला झाडा!
यह चित्र दैनिक हिंदुस्तान, नई दिल्ली ने एक मई को प्रकाशित किया है।
Sunday, April 27, 2008
वाह भाई शाहरुख
अपन के शाहरुख खान, सारे एडिटर्स से अच्छे हैं! 25 अप्रेल को शाहरुख खान ने वो 'चमत्कार' कर दिखाया जो अच्छे अच्छे एडिटर्स भी न कर सके। शाहरुख एक ही दिन में दो समाचार पत्र समूहों के बतौर अतिथि संपादक थे।
उन्होंने 25 अप्रेल को दैनिक भास्कर समूह के दो अखबारों दिव्य भास्कर और दैनिक भास्कर का संपादन किया और वे समाचार पत्र के आफिस में मौजूद थे। वहीं वे उसी दिन दिल्ली के एचटी में मौजूद थे। उन्होंने बतौर संपादक एचटी, नई दिल्ली के सप्लीमेंट एचटी सिटी का संपादन किया।
अपन को दो के चिंतन के बाद भी यह समझ नहीं आया कि एक आदमी एक ही दिन में दो जगह कैसे। वैसे अपन ने गौर से देखा तो शाहरुखजी दैनिक भास्कर की प्रति पढ रहे हैं वो इस साल के आमबजट वाले दिन की है।
ईश्वर सबको शाहरुख जैसा संपादकीय हुनर दे, वैसे अपन ने दोनों अखबार देखे, खूबसूरत भी थे और कुछ नए स्टोरी आइडिया भी।
Thursday, April 24, 2008
बिना टिकट ब्लेयर
टोनी ब्लेयर पिछले साल तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे।वह सबसे लंबे समय तक वहां के प्रधानमंत्री तो रहे ही, बल्कि उनके नेतृत्व में लेबर पार्टी ने लगातार तीन चुनाव जीते, जो एक रिकॉर्ड है। और अब भी टोनी ब्लेयर संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय यूनियन, अमेरिका और रूस के पश्चिम एशिया में विशेष दूत की जिम्मेदारी निभाते हैं। मतलब यह कि प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद भी वैश्विक परिदृश्य में टोनी ब्लेयर का महत्व कम नहीं हुआ है, बल्कि बढ़ा ही है। लेकिन यही ब्लेयर बीते दिनों एक ट्रेन में बिना टिकट पाए गए! जिस हीथ्रो एक्सप्रेस में वह सवार हुए थे, उसमें ट्रेन में भी टिकट बनवाने की सुविधा है। लिहाजा टिकट न होने पर रेलवे अधिकारी ने ट्रेन में टिकट बना तो दिया, लेकिन पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री की जेब में किराये के 24.50 पाउंड भी नहीं थे! वह तो भला हो ब्लेयर के सहयात्री का, जिसने उनके टिकट के पैसे दे दिए। बहुतेरे लोग होंगे, जो इस मामले में ब्लेयर का समर्थन नहीं करेंगे। लगभग सात साल पहले टोनी ब्लेयर की पत्नी भी लंदन ब्लैकफि्रयर्स से ल्यूटन तक बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़ी गई थी, और उन्हें जुर्माना भरना पड़ा था। ऐसा भी नहीं है कि प्रधानमंत्री पद से हटने के बादब्लेयर के पास पैसे का टोटा हो गया है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले करीब एक साल में भाषणों से ही उन्होंने करीब चार करोड़ रुपये कमाए हैं। अलबत्ता इस घटना का एक दूसरा पहलू भी है। सवाल यह है कि क्या हमारे यहां कोई राजनेता ऐसी शमिZदगी से दो-चार होता है? कतई नहीं। इसका मतलब यह नहीं कि हमारे यहां के राजनीतिज्ञ ज्यादा ईमानदार और नैतिक हैं। बल्कि उनमें से कुछ तो इतने बेईमान हैं कि अपना कूपन तक बेच देते हैं, अपनी जगह अपने रिश्तेदारों को सफर करवाना अपना अधिकार समझते हैं। अगर उनके पास टिकट न हो, तो भी कोई उनसे टिकट मांगने की जुर्रत नहीं करता। लेकिन वर्ष 2001 में चेरी ब्लेयर को जब ट्रेन में बिना टिकट पकड़ा गया था, तब उनके पति प्रधानमंत्री थे! यानी वहां कानून सबके लिए बराबर है। लेकिन हमारे यहां यह सिर्फ कहने के लिए है। यहां तो रेल मंत्री के रिश्तेदारों की सहूलियत के लिए ट्रेन के प्लेटफॉर्म तक बदल दिए जाते हैं। विधायकों-सांसदों की सहूलियत के लिए आम यात्रियों को परेशान किया जाता है। विद्रूप देखिए कि लोकतंत्र का मौजूदा मॉडल हमने ब्रिटेन से ही लिया है। फिर भी दोनों में कितना बड़ा फर्क है। एक देश का पूर्व प्रधानमंत्री आम आदमी की तरह ट्रेन में सफर करता है, और टिकट के पैसे न होने पर शर्मसार हो जाता है। बिलकुल हो सकता है कि उन्होंने बेध्यानी में अपनी जेब में रुपये ही न रखे हों। और एक हमारा देश है, जहां कितने ही पूर्व मंत्रियों पर हवाई यात्रा के करोड़ों रुपये बकाया हैं। हम ब्लेयर पर हंसे या खुद पर रोएं?
(अमर उजाला के संपादकीय से साभार)
Saturday, April 12, 2008
शाहरुखजी ये भारत के लोग हैं...
शाहरुख खान को आजकल नींद नहीं आती। कई रातों से वे सो नहीं पाए हैं। अपने घर से पिछले कई दिनों से संपर्क नहीं रख पाए हैं। यह सब हुआ है, नामुराद क्रिकेट प्रेम के चक्कर में।
सब जानते हैं अपन के एसआरके ने कमाई के चक्कर में क्रिकेट में टांग फंसाई। पहली बार यह बात मीडिया न जब बताई जब वे दीपिका पादुकोण को लेकर जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में मैच देखने पहुंचे। इसके बाद उन्होंने आईपीएल में कोलकाता राइडर्स नाम की टीम खरीदी। अपन के सौरव दादा को बतौर कप्तान खरीदा।
पहला झटका लगा कि शोएब अख्तर नहीं खेल पाएंगे। खैर वो इससे उबर कर चुके ही थे, कि अब 20 अप्रेल से मैच शुरू होने हैं और टिकट बिक्री के पहले दिन कोलकाता राइडर्स के पहले मैच के दिन के सिर्फ 237 टिकट ही बिके। अब मीडिया के आईपीएल के कवर करने को लेकर बहिष्कार की धमकियां भी आ रही हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने फोटोग्राफ पर एजेंसी का अधिकार नहीं होने और अन्य मांगों को लेकर मैच कवरेज नहीं करने की धमकी दी है।
अब अपन के शाहरुख कहते हैं कि मैंने जब कोलकाता राइडरस खरीदा था तो यह कभी नहीं सोचा था कि इतनी परेशानियां आएंगी। मैं इस हालत के लिए बिल्कुल भी नहीं तैयार नहीं हूं । मैं किसी संस्था को इसके लिए जिम्मेदार नहीं मानता हूं लेकिन अब मैं ख्वाबों की दुनिया के बाहर का गया हूं । जब मैंने आईपीएल में हाथ अजमाने का मन बनाया था तो मुझे आईपीएल के बारे में बहुत ही गलत बातें बताई गई थी। तीन महीनों के अनुभव ने मुझे अंदर के खोखला कर दिया है। इस मुसीबत में गौरी ही सिर्फ मेरा सहारा है।
फुट नोट
शाहरुख भाई ये हिंदुस्तान की जनता है, यहां क्रिकेट के प्रति दीवानगी जरूर है, पर लोग इतने बेवकूफ भी नहीं हैं कि आपने खेल को धंधा बना लिया और लोग अपना धंध छोडकर आपका फटाफट क्रिकेट देखने जाएं।
Sunday, April 6, 2008
ये देखिए कहां नजर है इन क्रिकेटरों की
क्रिकेटर शायद आजकल बल्ले से कम और आखों से ज्यादा खेलते हैं। यह तस्वीर आजकल मेल पर खूब फारवर्ड की जा रही है। कई दिन से ब्लॉग पर लगाने की सोच रहा था। पर ऐसी दो तस्वीर लगाना चाहता था, वह दूसरी मुझे मिल नहीं रही।
एएफपी की उस दूसरी तस्वीर को मैंने चार तारीख को किसी वेबसाइट पर देखी थी, जिसमें अमेरिकी राष्टपति बुश किसी सम्मेलन के बाद किसी महिला को किस कर रहे थे और उनकी पत्नी लॉरा बुश उन्हें खींच रहीं थी, मानों कह रही हों अब बस भी करो बुश। आपको वो तस्वीर मिले तो मेल जरूर कीजिएगा।
खैर आप फिलहाल देखिए कि ये क्रिकेटर विज्ञापन के अलावा और भी बहुत कुछ करते हैं। dushyant singh dildush@gmail.com का शुक्रिया जिन्होंने ये फोटो मुझे भेजी
Saturday, April 5, 2008
हिमांशु व्यास को न्यूज फोटोग्राफी में गोल्ड अवार्ड
जयपुर के हिमांशु व्यास को न्यूज फोटोग्राफी के लिए इफ्रा का गोल्ड अवार्ड मिला है। उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स, जयपुर के लिए जोधपुर जिले के एक गांव में हिरण को दूध पिलाती विश्नोई महिला के चित्र का चित्र खींचा था। विश्नोई जाति के लोग अपने प्रकृति और वन्यजीवों से प्रेम के लिए विख्यात हैं। सलमान खान को चिंकारा के शिकार मामले में जेल तक पहुंचाने में विश्नोई लोगों ने अहम भूमिका निभाई थी।
इसके साथ साथ राजस्थान पत्रिका, जयपुर को सर्वश्रेष्ठ प्रथम पृष्ठ के लिए इफ्रा की ओर से कांस्य पुरस्कार मिला है। पत्रिका को छपाई के लिए भी इफ्रा का पुरस्कार मिल चुका है।
हिमांशु व्यास और राजस्थान पत्रिका को बधाई।
Friday, April 4, 2008
मार्केट में आई किस प्रूफ लिपिस्टिक
यूं तो अपन सौदंर्य प्रसाधन में अपन की नॉलेज कामचलाऊ है। शादी हुई नहीं इसलिए भी कम ही समझते हैं। पर कल ही कुछ सर्च करते करते पता चला कि ब्यूटी किस प्रूफ लिपिस्टिक भी आती है। शायद महिलाओं को यह बात पता हो, पर अपन के लिए तो यह नई जानकारी थी। सोचा अपन जैसे अज्ञानी लोगों को यह बात बतानी चाहिए। सो एक पोस्ट ठेल दिया।
ओरिफलेम कंपनी ने यह लांच की है और इसकी एमआरपी 329 रुपए मात्र है। कंपनी का दावा है कि यह सात घंटे तक आपके हाठों को चमका कर रखेगी। इकसे साथ आप किस कर सकते हैं और आसानी से कुछ खा पी भी सकते हैं।
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