Saturday, October 6, 2007

भडास के बाद क्‍या ?


ब्लॉगर बुंधुओं
चिंता की बात है, ब्‍लॉगिंग पर अपना नाम जमा चुके आदरणीय यशवंतजी ने अचानक
http://Bhadas.blogspot.com को बंद कर दिया। मेरी यशवंतजी से बात हुई उन्‍होंने बताया कि वो भडास के कारण खुद को बहुत दिनों से व्‍यस्‍त महसूस कर रहे थे, इसलिए उन्‍हें यह फैसला करना पडा। अब भडास नहीं रहा, उम्‍मीद है हम सभी लोग इस महाअभियान को किसी ने किसी रूप में जिंदा रखेंगे।
सभी से सुझाव सादर आमंत्रित हैं, ज्‍यादा नहीं तो कम से कम एक चैनल जहां पत्रकारों की आवाजाही और पत्रकारिता से जुडी खबरें मिल सकें। ऐसा मंच बनाने में सहयोग करें।
वैसे यशवंतजी ने नया पर्सनल ब्‍लॉग बनाया है http://syashwant.blogspot.com आप सभी उस पर उनसे बातचीत कर सकते हैं।
इसी आशा के साथ
राजीव जैन

3 comments:

Anonymous said...

yah to ek din hona hi tha.

Anonymous said...

achha hua bahut jaruri tha , yashwant jee nae danav ko janam dae diya tha khud hee usae mita diya

cma said...

sir ji yashwant ji se last time baat hue to unhe suggest kiya tha ki wo plz ek patrkarita ka institute open kare jisse aanwali genration kuch valuble vicharo ke saath ees field mai aage aayai.
warna to aap dekhe hi rahe hai nai genration ke patrkaro ko mafi chahuki yadi koi nai genratuion ke patrkar ees comment ko padr rahe ho to. but its a truth.

hope 4 the best n i wish yashwant ji jald hi milege blog ke zariye.